अपने समय के बेहद मशहूर क्रिकेटर और स्पिनर बिशन सिंह बेदी आज 74 साल के हो गए हैं. 1966 से 1979 तक टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले और फेमस स्पिनर चौकड़ी का हिस्सा रहे बेदी ने 22 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की है.
बेदी को हमेशा एक रंगीन पटका पहनने और बेबाकी से क्रिकेट पर अपने विचार रखने के लिए भी जाना जाता है. जैसे कि अभी हाल ही में उन्होनें यह कहा कि मुरली अब हजार विकेट पूरा करने वाले हैं लेकिन मेरी नज़रों में यह सिर्फ रन आउट ही है. इससे पहले वे सुनील गावस्कर को विनाशकारी प्रभाव और टेस्ट क्रिकेट को टी-20 क्रिकेट को "क्रिकेट की सबसे अशिष्ट अभिव्यक्ति कह चुके हैं. 1990 में वह कुछ अर्सा भारतीय क्रिकेट टीम के कोच भी रहे हैं. एक क्रिकेट दौरे के बाद जहां भारत ने खराब प्रदर्शन किया था, उन्होनें एक बड़ी प्रसिद्ध धमकी दी कि वे पूरी टीम को वापसी की यात्रा में नदी में डुबो देंगे.
अक्सर अपनी इस शैली की वजह से वे अनाश्यक विवादों में भी घिर जाते हैं, ऐसे बहुत से उद्धरण हैं, लेकिन इनका जिक्र मुनासिब न होगा.
जहाँ तक उनके साथ मेरे अनुभव का सवाल है तो उनके साथ इंटरव्यू मेरे किए गए कुछ बेहद नीरस इंटरव्यूज में से एक है. यह मुलाकात उनके कस्तूरबा गांधी मार्ग , दिल्ली स्थित आॅफिस में हुई थी, जहाँ वे एक सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम में अधिकारी के रूप में कार्यरत थे.
जितनी देर हम एक साथ रहें, वहाँ सारी गर्मजोशी उनकी मंगाई चाय तक ही सीमित रही. वह बामुश्किल मुस्कराते थे और हर सवाल का बहुत नपा—तुला जवाब देते थे. शायद वह इतने व्यक्तिगत किस्म के सवालों का जवाब देते हुए असहज अनुभव कर रहे होंगे. खैर, आज उनके जन्मदिन के मौके पर उन्हें बहुत सारी शुभकामनाएं, वे स्वस्थ रहें, दीर्घायु हों...
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