Thursday, March 4, 2021

बातें—मुलाकातें : 46 ( रंगकर्मी रामगोपाल बजाज)

केंद्र में भाजपा की पहली सरकार बनी थी. दो हफ्ते में विश्वासमत पेश होना था. मन में ख्याल आया कि मुझे कैरियर की पहली जॉब देने वाले हमारे अखबार हिमालय दर्पण के लिए इस बारे में बुद्धिजीवियों और कला—संस्कृति से जुड़े लोगों के विचार जाने जाएं. तो तय हुआ कि अगले पंद्रह दिनों तक रोज एक व्यक्ति से उसकी राय ली जाएगी. इस सिलसिले में ज्यादा कुछ नहीं करना था, सिर्फ इन लोगों को फोन लगाकर दो—चार सवाल पूछने थे. उमा शर्मा, ​पं.बिरजू महाराज, मौलाना वहीदुद्दीन खान और बहुत सारी ऐसी हस्तियां जिनके इंटरव्यू मैं पहले कर चुका था, इस नियमित परिचर्चा का हिस्सा बने. लेकिन, दो लोगों के साथ मेरे अनुभव कुछ अलग तरह के रहे. एक तो थीं, प्रसिद्ध लेखिका पद्मा सचदेव और दूसरे नेशनल स्कूल आॅफ ड्रामा को तत्कालीन निदेशक राम गोपाल बजाज. पद्मा जी की बात बाद में करेंगे, आज पद्मश्री बजाज साहब का जन्मदिन है, इसलिए उन्हीं की बात करते हैं.



बजाज साहब को थिएटर जगत एक अकेमेडिशयन और रंगमंच के नामचीन निदेशक के रूप में जानता है, लेकिन उन्होंने चाँदनी, मिर्चमसाला, मंगल पांडे, जॉली एलएलबी 2, ​मणिकर्णिका जैसी डेढ़ दर्जन से ज्यादा फिल्मों में भी अभिनय किया है. उनके इस पहलू से अलग भी एक पहलू है, एक विजनरी थिंकर का, जिसका परिचय मुझे उनसे साक्षात्कार के दौरान मिला.
जब मैंने बजाज साहब को फोन लगाकर उन्हें अपना अभिप्राय समझाया और कहा कि क्या वे इस बारे में अपने विचार देना चाहेंगे तो उन्होंने सहर्ष स्वीकृति दे दी और अगले दिन सुबह फोन करने के लिए कहा. मैंने पूछा कि कौन सा समय उनके लिए उपयुक्त होगा, तो वे बोले कि सुबह छह बजे कर लीजिएगा. मैं चौंका और फिर से पूछा. उन्होंने कहा कि मैं सुबह पाँच बजे उठ जाता हूँ और सुबह—सुबह मूड एकदम फ्रेश रहता है. इसलिए विचार भी अच्छे आएंगे. मैं खुद अर्ली टू बेड, अर्ली टू राइज में यकीन रखता था और सुबह पाँच बजे उठ जाया करता था. तो इंटरव्यू करने में कोई दिक्कत नहीं हुई.
इंटरव्यू में उन्होंने काफी विचारोत्तेजक बातें कहीं, उनके जवाब बहुत ही संतुलित और सुलझे हुए थे. इस इंटरव्यू को पढ़कर आप भी जान सकते हैं कि कैसे कुछ चीजें हमेशा प्रासंगिक बनी रह सकती हैं. लेकिन, पहले बजाज साहब के जन्मदिन पर उनका
अभिनंदन
. वे दीर्घ स्वस्थ व सक्रिय जीवन जियें, इसी कामना के साथ उन्हें जन्मदिन की हार्दिक
बधाई
व शुभकामनाएं.

interview


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