Saturday, January 2, 2021

बातें—मुलाकातें:38 (शेफाली तलवार)

 

 फैशन मॉडल और टीवी एंकर शेफाली तलवार के नाम से बेशक आज बहुत ज्यादा लोग परिचित हों, लेकिन एक वक्त उनका नाम दिल्ली की टॉप फीमेल मॉडल्स में लिया जाता था. उस समय फैशन, मॉडलिंग, हाई सोसायटी जैसी चीजों की कवरेज पर अंग्रेजी अखबारों के एकाधिकार को तोड़ते हुए नवभारत टाइम्स ने भी पेज 3 शैली की चीजें प्रमुखता से छापनी शुरू कर दी थीं.



 इसी सिलसिले में शेफाली का इंटरव्यू लेना तय हुआ. मैंने उन्हें फोन मिलाया और अपना उद्देश्य बताया. उन्होंने मुझे अपने घर बुला लिया. शेफाली से मेरी मुलाकात दक्षिण दिल्ली स्थित उनके घर पर हुई थी. जिस वक्त मैं वहाँ पहुँचा तो उन्हें देखता ही रह गया. खूबसूरत तो वे थी हीं, लेकिन उनकी ड्रेस तो और भी गजब. हाफ पैंट और आकर्षक टॉप पहने शेफाली बहुत हॉट लग रही थीं. शायद उन्हें लगा होगा कि इंटरव्यू के लिए मेरे साथ फोटोग्राफर भी आएगा, इसलिए ऐसी कैज्युअल ड्रेस पहनी होगी. 

खैर, इस पर ज्यादा तवज्जो देते हुए मैंने इंटरव्यू शुरू किया. उन्होंने काफी इंटरेस्ट लेते हुए सवालों के अच्छेअच्छे और ईमानदारी से जवाब दिए. इंटरव्यू के बाद मैंने उनसे विदा ली और जब वह छप गया तो उन्हें फोन करके बताया. उन्होंने अनुरोध किया कि मैं इंटरव्यू की कॉपी उन तक पहुँचा दूँ. उस वक्त वे किसी फैशन शो की रिहर्सल के लिए उधर ही एक जगह पर जाने वाली थीं, जहाँ मैं रहा करता था. मैंने सोचा कि चलो, मैं ही कॉपी लेकर चला जाता हूँ. इस बहाने उनसे फिर से मुलाकात हो जाएगी. मैंने वहाँ जाकर उन्हें जब कॉपी दी तो वह उसे देखकर बहुत खुश हुईं और मेरा शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि वे रात को इसे अच्छे से पढ़ेंगी, फिर मुझे बताएंगी. तभी वहाँ राहुल देव भी पहुँचे. रिहर्सल के लिए वे भी वहाँ आए थे. शेफाली ने उनसे मेरा परिचय कराया तो राहुल ने कहा कि हम पहले से एकदूसरे को जानते हैं. इसके बाद वह वहाँ से निकलने लगे तो पूछा कि आपको कहाँ जाना है, मैं छोड़ देता हूँ. लेकिन, रास्ते में एक जगह होकर जाना है. मैंने कहा कि कोई बात नहीं. फिर वह मुझे लेकर कबीर कौशिक के घर गए, जिनके धारावाहिक के वे हीरो थे और मैं स्क्रिप्ट राइटर. कबीर हमें एक साथ देखकर बहुत हैरान हुए, लेकिन कोई सवाल नहीं पूछा.

 खैर, अगले दिन शेफाली का फोन आया. वह बहुत खुश थीं और कह रही थीं कि आपने बहुत ही अच्छा लिखा है. मैंने कहा कि आपने अच्छा बोला, इसलिए अच्छा लिखा गया. इसके बाद भी कई बार मैंने उनसे अलगअलग टॉपिक पर छोटेछोटे इंटरव्यू लिए. जब तक मैं दिल्ली में था, हम लोग लगातार सम्पर्क में बने रहे. खासकर 2 जनवरी को उनके जन्मदिन पर मैं दोनों को फोन करना नहीं भूलता था. आज फिर 2 जनवरी है, शेफाली को उनके जन्मदिन पर ढेर सारी शुभकामनाएं.






No comments:

Post a Comment